Chandigarh (sursaanjh.com bureau), 21 July:
साहित्य विचार मंच की मासिक गोष्ठी
साहित्य विचरण की जुलाई माह की मासिक गोष्ठी का आयोजन 21 जुलाई को चंडीगढ़ के सेक्टर 46 के उत्तम रेस्टोरेंट में किया गया। चुनिंदा साहित्यकारों ने इस गोष्ठी में अपनी काव्य रचनाओं का पाठ किया।
वरिष्ठ साहित्यकार सरदारी लाल धवन “कमल” ने “रूप तेरे ने किया अस्थिर मुझे/ आस्तिक से कर दिया काफिर मुझे” बी बी शर्मा ने
“उनके दिल में ना कोई जगह मिली साफगोई की बस यही सज़ा मिली” वरिष्ठ साहित्यकार अमरजीत अमर ने “बेघरों के कभी तुम नजदीक जाकर देखना/ उनकी आंखों में बसा तूफान का डर देखना” साहित्यकार और रंगकर्मी विजय कपूर ने “बिना रुके बिना थमे समय तुम्हें भोग रहा है/ मन से मिठास का दोहन क्यों नहीं करते/ जीवन को जीवन सा ग्रहण क्यों नहीं करते” जैसी सार्थक और सारगर्भित रचनाओं का पाठ किया और तालियां बटोरीं।